पंजाब: जालंधर पश्चिम उपचुनाव में आप और भाजपा के दलबदलुओं के बीच मुकाबला

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पंजाब की जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए आप और भाजपा ने सोमवार को अपने प्रत्याशियों की घोषणा की। साथ ही, हाल ही में पाला बदलने वाले प्रत्याशियों के नाम भी घोषित किए। भाजपा ने उपचुनाव के लिए शीतल अंगुराल को मैदान में उतारा है, जबकि आप ने मोहिंदर भगत को अपना उम्मीदवार बनाया है।

जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव 10 जुलाई को होगा और मतों की गिनती 13 जुलाई को होगी। आम आदमी पार्टी के विधायक अंगुराल के इस्तीफे के बाद उपचुनाव कराना जरूरी हो गया था।

पीटीआई के मुताबिक, पिछली शिअद-भाजपा सरकार में मंत्री रहे भगत चुन्नी लाल के बेटे भगत पिछले साल भाजपा छोड़कर आप में शामिल हो गए थे। उन्होंने पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा के टिकट पर जालंधर पश्चिम सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

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भाजपा ने अंगुराल को चुना है, जिन्होंने जालंधर पश्चिम सीट से आप विधायक के रूप में इस्तीफा दे दिया था।

अंगुराल ने पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 में सुशील रिंकू को हराकर जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट जीती, जो पहले कांग्रेस के उम्मीदवार थे।

जालंधर पश्चिम चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया 14 जुलाई को शुरू हुई थी। नामांकन 21 जून तक दाखिल किए जा सकेंगे, 24 जून को उनकी जांच होगी और 26 जून को नाम वापस लिए जा सकेंगे।

शीतल अंगुराल और सुशील कुमार रिंकू भाजपा में शामिल

अंगुराल ने 28 मार्च को इस्तीफा दे दिया था, जिसके एक दिन बाद वे और रिंकू भाजपा में शामिल हो गए थे। पंजाब विधानसभा अध्यक्ष ने 30 मई को उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। वे केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े की मौजूदगी में भगवा पार्टी में शामिल हुए।

भाजपा में शामिल होने के बाद सुशील कुमार रिंकू ने कहा कि यह सच है कि उन्होंने मतदाताओं से जो वादे किए थे, वे पूरे नहीं हुए क्योंकि आप ने उनका समर्थन नहीं किया।

पिछले साल रिंकू जालंधर लोकसभा सीट पर उपचुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हो गए थे। वे संसद के निचले सदन में भाजपा के मुखर आलोचक थे। उनके अनियंत्रित विरोध के कारण उन्हें लोकसभा से निलंबित भी किया गया था।

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