इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने सेबी अधिकारियों से मुलाकात की, एग्जिट पोल के जरिए शेयर बाजार में ‘हेरफेर’ की जांच की मांग की

इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने सेबी अधिकारियों से मुलाकात की, एग्जिट पोल के जरिए शेयर बाजार में 'हेरफेर' की जांच की मांग की


छवि स्रोत : पीटीआई सेबी अधिकारियों से मुलाकात के बाद भारत ब्लॉक प्रतिनिधिमंडल

टीएमसी, शिवसेना और एनसीपी सहित भारत ब्लॉक सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के अधिकारियों से मुलाकात की और इस महीने की शुरुआत में एग्जिट पोल के बाद कथित शेयर बाजार हेरफेर की जांच की मांग की।

टीएमसी के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में सांसद कल्याण बनर्जी, सागरिका घोष और साकेत गोखले शामिल थे, जिनमें शिवसेना (यूबीटी) सांसद अरविंद सावंत और पूर्व एनसीपी (एसपी) एमएलसी विद्या चव्हाण भी शामिल थे।

राहुल गांधी ने इसे एक ‘असाधारण’ कदम बताया।“सबसे बड़ा शेयर बाजार घोटाला”

गौरतलब है कि रायबरेली और वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एग्जिट पोल को शेयर बाजार में हेराफेरी का जरिया बताया और इसे “सबसे बड़ा शेयर बाजार घोटाला” बताया, जिसमें लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद बाजार में आई गिरावट के कारण खुदरा निवेशकों को 30 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सीधे तौर पर इसमें शामिल हैं।

इसी तर्ज पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने भी इस बात की जांच की मांग की है कि कैसे “फर्जी एग्जिट पोल का इस्तेमाल करके शेयर बाजारों में हेरफेर किया गया।” हालांकि, भाजपा ने उनके आरोपों को “निराधार” बताकर खारिज कर दिया है।

प्रतिनिधिमंडल ने क्या मांग की?

बैठक के बाद टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा, “सेबी की अतीत में शानदार भूमिका रही है। हमें सेबी पर भरोसा है, यही वजह है कि हम 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भ्रामक एग्जिट पोल के जरिए शेयर बाजार में हेरफेर की जांच की मांग कर रहे हैं।”

उन्होंने आगे कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने इस बात की गहन जांच की मांग की है कि एग्जिट पोल एजेंसियों का राजनीतिक नेताओं से कोई संबंध है या नहीं। सांसद ने दावा किया कि शेयर बाजार 3 जून को चढ़ा, लेकिन एक दिन बाद ही गिर गया। सांसद ने कहा कि 24 घंटे में छोटे निवेशकों ने 30 लाख करोड़ रुपये गंवा दिए और नेताओं के परिवारों ने इस वजह से करोड़ों कमाए।

कल्याण बनर्जी ने कहा, “अमित शाह ने विभिन्न चुनाव अभियानों में बार-बार कहा कि जल्दी (चुनाव से पहले) खरीदारी करें और आपको (निवेशकों को) लाभ मिलेगा। हमें (निवेशकों के बीच) विश्वास जगाने के लिए जांच की आवश्यकता है।”

टीएमसी प्रतिनिधिमंडल ने शरद पवार से मुलाकात की

इससे पहले आज तृणमूल कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से भी मुलाकात की, जिन्होंने एग्जिट पोल के बाद शेयर बाजार में कथित हेरफेर की जांच की उनकी मांग का समर्थन किया।

गौरतलब है कि एग्जिट पोल में लोकसभा चुनाव में एनडीए की अगुआई वाली भाजपा की भारी जीत का अनुमान लगाया गया था, जिसके चलते शेयर बाजार में भारी खरीदारी हुई और अचानक तेजी आ गई। लेकिन नतीजे अलग निकले और बाजार में भारी गिरावट आई।

(पीटीआई इनपुट्स के साथ)

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