कश्मीरी मतदाताओं ने दुनिया और संदेह करने वालों को संदेश दिया: घाटी में भारी मतदान पर प्रधानमंत्री मोदी

कश्मीरी मतदाताओं ने दुनिया और संदेह करने वालों को संदेश दिया: घाटी में भारी मतदान पर प्रधानमंत्री मोदी


छवि स्रोत : एएनआई प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

लोकसभा चुनाव 2024: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हाल के लोकसभा चुनावों में रिकॉर्ड तोड़ मतदान ने 40 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है, जो कश्मीर के लोगों की ओर से दुनिया को तथा उन लोगों को एक शक्तिशाली संदेश है, जो रिकॉर्ड संख्या में मतदान करके संदेह में थे।

समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं अपने देश की न्याय व्यवस्था से प्रार्थना करना चाहूंगा कि अगर सरकार कोई काम करना चाहती है तो उसके पास उस काम को करने की एक डिजाइन और रणनीति हो। ऐसी समस्याओं को सुलझाने के लिए उस रणनीति के तहत काम करना पड़ता है। अब कभी-कभी मुझे उसके लिए इंटरनेट बंद करना पड़ता है। कुछ एनजीओ कोर्ट चले गए और कोर्ट में ये बहुत बड़ा मुद्दा बन गया लेकिन आज वहां के बच्चे गर्व से कहते हैं कि पिछले 5 साल से इंटरनेट बंद नहीं हुआ है और हमें पिछले 5 साल से सारी सुविधाएं मिल रही हैं। थोड़े दिन तकलीफ जरूर हुई लेकिन वो अच्छे काम के लिए थी। ऐसे एनजीओ से देश को बचाना बहुत जरूरी है।”



उन्होंने आगे कहा कि मेरे लिए सबसे संतोष की बात है कि कश्मीर के मेरे भाई-बहन बहुत उत्साह के साथ मतदान करने के लिए आगे आए। उन्होंने कहा, “वहां जब सामान्य मानव वोट करता है, तो वो सिर्फ किसी को जिताने के लिए नहीं होता, वोटिंग का मतलब होता है कि मतदाता भारत के संविधान को स्वीकार करता है और भारत की संपूर्ण भावना के प्रति अपना समर्पण व्यक्त करता है। इसका परिणाम यह हुआ है कि 40 साल के मतदान के रिकॉर्ड टूट गए हैं। मेरे लिए सबसे संतोष की बात है कि कश्मीर के मेरे भाई-बहन बहुत उत्साह के साथ मतदान करने के लिए आगे आए। वोट करके उन्होंने दुनिया को और उन लोगों को संदेश दिया है, जो पहले संदेह करते थे।”

अनुच्छेद 370 हटाने के अपने फैसले पर पीएम मोदी ने कहा, “अनुच्छेद 370 सिर्फ चार-पांच परिवारों का एजेंडा था, ये न तो कश्मीर के लोगों का एजेंडा था और न ही देश के लोगों का एजेंडा था। अपने फायदे के लिए उन्होंने 370 की ऐसी दीवार खड़ी कर दी थी और कहते थे कि 370 हटेगा तो आग लग जाएगी। आज ये सच हो गया है कि 370 हटने के बाद पहले से ज्यादा एकता की भावना आई है। कश्मीर के लोगों में अपनेपन की भावना बढ़ रही है और इसलिए इसका सीधा परिणाम चुनाव और पर्यटन में भी दिख रहा है।”

जम्मू-कश्मीर में अब तक का सबसे अधिक मतदान

पिछले कई दशकों में जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव 2024 में पहले के चुनावों की तुलना में रिकॉर्ड मतदान हुआ है। अगस्त 2019 में केंद्र द्वारा संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद केंद्र शासित प्रदेश में यह पहला बड़ा चुनाव था।

जम्मू-कश्मीर में उधमपुर, जम्मू, श्रीनगर, बारामुल्ला और अनंतनाग-राजौरी समेत कुल पांच लोकसभा सीटें हैं। पहले पांच चरणों में उधमपुर, जम्मू, श्रीनगर और बारामुल्ला में मतदान हो चुका है। आज छठे चरण में अनंतनाग-राजौरी में मतदान हो रहा है। आइए 2024 बनाम 2019 में जम्मू-कश्मीर की सीटों पर मतदान प्रतिशत की तुलना करें।









चुनाव क्षेत्र 2024 में मतदाता मतदान 2019 में मतदाता मतदान
श्रीनगर 38.49% 14.43%
बारामुल्ला 59.10% 34.6%
अनंतनाग-राजौरी 54.84% 8.98%
उधमपुर 68.27% 70.15%
जम्मू 72.22% 72.5%

अगर 2024 और 2019 में मतदान प्रतिशत देखें तो उधमपुर को छोड़कर JK की सभी चार सीटों पर ज़्यादा मतदान हुआ है। जम्मू में मतदान थोड़ा ज़्यादा हुआ है, लेकिन श्रीनगर और बारामुल्ला में 2019 के मुक़ाबले लगभग दोगुना हुआ है। अनंतनाग-राजौरी में जहाँ आज चुनाव हो रहे हैं, वहाँ पिछले चुनाव के मुक़ाबले मतदान 4 गुना ज़्यादा हुआ है।

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