चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर सुरक्षा जांच के दौरान अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत को कथित तौर पर थप्पड़ मारने वाले केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है।
रनौत ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से जीतने के दो दिन बाद सुरक्षा जांच के दौरान सीआईएसएफ कांस्टेबल कुलविंदर कौर ने उनके चेहरे पर मारा और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
कांस्टेबल कुलविंदर कौर केंद्र द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 2020 में किसानों के विरोध प्रदर्शन पर कंगना रनौत की टिप्पणी से नाराज थीं।
अधिकारियों के अनुसार, घटना के बाद कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। सीआईएसएफ ने घटना की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के भी आदेश दिए हैं।
दिल्ली पहुंचने के बाद एक्स पर पोस्ट किए गए ‘पंजाब में आतंक और हिंसा में चौंकाने वाली वृद्धि’ शीर्षक वाले एक वीडियो बयान में कंगना ने कहा कि वह सुरक्षित और ठीक हैं।
रनौत ने बताया कि उन्हें मीडिया और उनके शुभचिंतकों की तरफ से बहुत सारे फोन आ रहे थे। उन्होंने बताया कि कांस्टेबल बगल से उनके पास आया।
पंजाब में आतंक और हिंसा में चौंकाने वाली वृद्धि… pic.twitter.com/7aefpp4blQ
— कंगना रनौत (मोदी का परिवार) (@KanganaTeam) 6 जून, 2024
उसने कहा, “उसने मेरे चेहरे पर मारा और गाली-गलौज करने लगी। मैंने उससे पूछा कि उसने ऐसा क्यों किया तो उसने कहा कि वह किसान आंदोलन का समर्थन करती है। मैं सुरक्षित हूं लेकिन मेरी चिंता यह है कि पंजाब में आतंकवाद बढ़ रहा है… हम इससे कैसे निपटें?”
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक अन्य वीडियो में कुलविंदर कौर को संभवतः घटना के बाद लोगों से बात करते हुए दिखाया गया है।
कौर ने कथित वीडियो में कहा, “कंगना ने बयान दिया कि किसान दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं क्योंकि उन्हें 100 या 200 रुपये का भुगतान किया गया है। उस समय मेरी मां भी प्रदर्शनकारियों में से एक थीं।”
कौर 2009 में सीआईएसएफ में शामिल हुईं और 2021 से चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर बल के विमानन सुरक्षा समूह के साथ हैं। अधिकारियों ने कहा कि उनके खिलाफ अब तक बल में कोई सतर्कता जांच या सजा नहीं हुई है, उनके पति भी उसी हवाई अड्डे पर तैनात हैं।
इस घटना को गंभीर मामला बताते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कड़ी कार्रवाई की मांग की और कहा कि आयोग ने इस मामले को सीआईएसएफ के समक्ष उठाया है।
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “हवाई अड्डे पर सुरक्षा के लिए जिम्मेदार लोग स्वयं सुरक्षा का उल्लंघन कर रहे हैं।”
विपक्ष के नेता और हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और इसकी निंदा की।
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, “हवाई अड्डे पर सुरक्षाकर्मियों द्वारा निर्वाचित प्रतिनिधि के साथ ऐसा व्यवहार बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और इस पर कार्रवाई की जरूरत है।”