ओम बिड़ला एक बार फिर लोकसभा के अध्यक्ष बन गए हैं. लेकिन निष्पक्ष तरीके से नहीं बल्कि चुनाव बाद. लोकसभा में एनडीए उम्मीदवार ओम बिड़ला को भारत गठबंधन के उम्मीदवार के. सुरेश से चुनौती मिली है. प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने ध्वनि मत से वोटिंग कराई, जिसमें ओम बिड़ला जीत गए. प्रोटेम स्पीकर ने जैसे ही घोषणा की कि ओम बिड़ला अगले लोकसभा अध्यक्ष होंगे, अचानक ओम बिड़ला के बगल में बैठे ललन सिंह खड़े हो गए. इसके बाद उन्होंने एक सवाल पूछकर ऐसी चाल चली जिसमें विपक्ष बुरी तरह फंस सकता था, लेकिन विपक्ष ने समय रहते अपने दिमाग का इस्तेमाल किया और खुद को बड़ी फजीहत से बचा लिया. ललन सिंह ने क्या सवाल पूछा, इसका लोकसभा की कार्यवाही में क्या महत्व है और इसके पीछे की राजनीति क्या है.