भारतीय जनता पार्टी के सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी कहते हैं, “मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका के मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा है कि यह सत्ता का गंभीर दुरुपयोग और विश्वासघात है… सबूतों से छेड़छाड़ की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। पीएमएलए मामले के संबंध में, अदालत ने कहा है कि अभियोजन पक्ष मनी लॉन्ड्रिंग का प्रथम दृष्टया मामला बनाने में सक्षम था… कानूनी तौर पर, यह लगातार, स्पष्ट रूप से और अकाट्य रूप से धीरे-धीरे स्थापित हो रहा है लेकिन नैतिक रूप से हम हैरान हैं। मनीष सिसोदिया के लिए कोई बयान नहीं दिया जा रहा है या कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जा रहे हैं, बल्कि सब बिभव कुमार के लिए हो रहा है…”