भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के नवनिर्वाचित सांसदों ने शुक्रवार को नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुना, जिससे उनके तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने का रास्ता साफ हो गया। एनडीए सांसदों के अलावा, मुख्यमंत्रियों समेत गठबंधन के वरिष्ठ नेता बैठक का हिस्सा थे, जहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मोदी के नेतृत्व के समर्थन में प्रस्ताव पेश किया, जिसका सहयोगी दलों और सांसदों ने समर्थन किया।
- मेरा मानना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों को अगर हर पैरामीटर से देखें तो दुनिया मानेगी कि ये एनडीए की महाविजय है।
- 4 जून को जब नतीजे आने वाले थे, मैं काम में व्यस्त था। बाद में फ़ोन आने लगे। मैंने किसी से पूछा, नंबर ठीक हैं, बताओ ईवीएम जिंदा है कि मर गयाइन लोगों (विपक्ष) ने तय कर लिया था कि भारत के लोकतंत्र और लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर लोगों का विश्वास खत्म हो जाएगा। उन्होंने लगातार EVM को गाली दी। मुझे लगा कि वे EVM का जनाजा निकालेंगे। लेकिन 4 जून की शाम तक, उनको ताले लग गए. ईवीएम ने उनको चुप कर दिया। ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है, इसकी निष्पक्षता है…मुझे उम्मीद है कि मुझे 5 साल तक EVM के बारे में सुनने को नहीं मिलेगा। लेकिन जब हम 2029 में जाएंगे, तो शायद वे फिर से EVM का राग अलापेंगे…देश उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।
- एनडीए राष्ट्र प्रथम के लिए प्रतिबद्ध समूह है। शुरुआत में तो 30 साल के लंबे कालखंड के बाद इसका गठन हुआ होगा। लेकिन आज मैं कह सकता हूं कि एनडीए भारत की राजनीतिक व्यवस्था में एक जैविक गठबंधन है और अटल बिहारी वाजपेयी, प्रकाश सिंह बादल, बाला साहब ठाकरे जैसे महान नेताओं ने जो बीज बोया, आज भारत की जनता ने एनडीए के भरोसे को सींचकर उस बीज को फलदार बना दिया है। हम सभी के पास ऐसे महान नेताओं की विरासत है और हमें इस पर गर्व है। बीते 10 साल में हमने एनडीए की उसी विरासत को, उन्हीं मूल्यों को लेकर आगे बढ़ने का प्रयास किया है और देश को आगे बढ़ाने का प्रयास किया है…
- मैं देश की जनता को भरोसा देता हूं कि उन्होंने हमें सरकार चलाने के लिए जो बहुमत दिया है, हमारा प्रयास रहेगा कि हम सर्वसम्मति की ओर प्रयास करेंगे और देश को आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे…एनडीए ने करीब-करीब तीन दशक पूरे कर लिए हैं, यह कोई साधारण बात नहीं है…मैं कह सकता हूं कि यह सबसे सफल गठबंधन है।
- …हमारे देश में 10 राज्य ऐसे हैं जहां हमारे आदिवासी भाइयों की संख्या बहुत अधिक है, एनडीए इन 10 राज्यों में से 7 में सेवा कर रहा है…चाहे वह गोवा हो या पूर्वोत्तर, जहां ईसाइयों की संख्या बहुत अधिक है, एनडीए को उन राज्यों में भी सेवा करने का अवसर मिला है…”
- जब मैं 2019 में इस सदन में बोल रहा था, आप सभी ने मुझे नेता के रूप में चुना था, तब मैंने एक बात पर जोर दिया था और वो है विश्वास। आज जब आप मुझे ये भूमिका दे रहे हैं, इसका मतलब है कि हमारे बीच विश्वास का पुल मजबूत है। ये रिश्ता विश्वास की मजबूत नींव पर टिका है और यही सबसे बड़ी पूंजी है…
- मैं बहुत भाग्यशाली हूँ कि सभी ने सर्वसम्मति से मुझे एनडीए का नेता चुना है। आप सभी ने मुझे एक नई जिम्मेदारी दी है और मैं आपका बहुत आभारी हूँ…
- हम ‘सर्व धर्म समभाव’ के सिद्धांत के प्रति प्रतिबद्ध हैं: एनडीए संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी
- जिन लाखों श्रमिकों ने दिन-रात मेहनत की है, मैं आज इस केंद्रीय कक्ष से उन्हें नमन करता हूं, उनका वंदन करता हूं।
- मैं इस सभाकक्ष में उपस्थित घटक दलों के सभी नेताओं का, सभी नवनिर्वाचित सांसदों का, हमारे राज्य सभा सांसदों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ। मेरे लिए खुशी की बात है कि आज इतने बड़े समूह का मुझे स्वागत करने का अवसर मिला है। जीत कर आए सभी नेता बधाई के पात्र हैं।