आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि जाली आधार कार्ड का उपयोग करके उच्च सुरक्षा वाले संसद परिसर में प्रवेश करने का प्रयास करने के आरोप में सीआईएसएफ कर्मियों ने तीन मजदूरों को पकड़ा है। दिल्ली पुलिस ने तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान कासिम, मोनिस और सोएब के रूप में हुई है, उन पर जालसाजी और धोखाधड़ी से संबंधित भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं। सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि मंगलवार को नियमित सुरक्षा और पहचान जांच के दौरान संसद भवन के फ्लैप गेट एंट्री पर सीआईएसएफ कर्मियों ने तीनों को रोका और हिरासत में लिया। आगे की जांच में सीआईएसएफ ने पाया कि उनके आधार कार्ड जाली थे।
सीआईएसएफ ने संभाली सुरक्षा की जिम्मेदारी
यह घटना उस समय घटित हुई जब सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस की टुकड़ियों के स्थान पर सीआईएसएफ ने संसद परिसर की सम्पूर्ण सुरक्षा का जिम्मा अपने हाथ में ले लिया।
रोजगार और निर्माण कार्य
गिरफ्तार किए गए तीनों व्यक्ति डीवी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड में कार्यरत थे, जिसे संसद परिसर के अंदर सांसदों के लिए लाउंज बनाने का ठेका दिया गया था।
कानूनी कार्यवाही
सीआईएसएफ ने व्यक्तियों को दिल्ली पुलिस को सौंप दिया, जिसने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की और उन पर आईपीसी की धाराओं 465 (जालसाजी), 419 (छद्मवेश धारण करके धोखाधड़ी), 120बी (आपराधिक षड्यंत्र), 471 (जाली दस्तावेज को असली के रूप में उपयोग करना) और 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी) के तहत मामला दर्ज किया।